बुधवार, 17 अक्टूबर 2012


.............................................मादक पदार्थ........................................................

 मनुष्य जाती को अधिकाधिक हानि यदि किसीने की है तो वे है मादक पदार्थ।उनसे मनुष्य के धन,आरोग्यता और जीवन का नाश होता है।मादक पदार्थो का सेवन करने से भावी संतान दिनोदिन निर्बल तथा निस्तेज बनती जा रही है।
                               भारत में लाखो लोगो को भरपेट अन्न नहीं मिलता।भारत माता के कितने ही लाल अन्न के आभाव में अकाल मृत्यु को प्राप्त होते है।जहा भारत की माताएं और बहने रोटी के टुकड़े के लिए लाचार हो जाती है वहा मादक द्रव्यों का प्रचार हो,इससे अधिक दुर्भाग्य की बात और क्या हो सकती है ?
                       मादक द्रव्यों ने देश और विदेश के लोगो को अपार नुकसान पंहुचाया है।अति प्राचीन काल से गौरवशाली भारतवर्ष में आज मादक पदार्थो का प्रचार प्रसार बहुत भयंकर है।आठ -दस वर्ष के बच्चे भी बीडी सिगरेट पीते हुए दिखाई देते है।यह द्रश्य मर्मान्तक तथा शर्मनाक है।छोटी उम्र से ही जो बच्चे मादक पदार्थ,चाय,बीडी,मदिरा,गांजा,तम्बाकू जैसी चीजो का सेवन करते है फिर युवान होने के बजाय बचपन के बाद सीधे व्रधत्व को प्राप्त होते है।ऐसे दुर्बल बच्चे देश की क्या सेवा करेंगे?वे तो अपनी जीवन यात्रा भी ठीक से नहीं चला पाएंगे।
                                     भारत जैसे गरीब देश में प्रतिदिन मजदूरी करके जीविका चलाने वाले लोग अनपे अल्प आय का अधिकाश तो शराब या गांजे में खर्च कर डालते है तो फिर वे अपने बीवी बच्चो का पालन किस प्रकार कर पाएंगे ?
               मादक पदार्थो का सेवन करने वाले लोग जीते जी अपने ही खर्च से अपनी अर्थी बना रहे है।नशेबाज आदमी अधिक समय जे नहीं सकता।नशीली चीजो का इस्तेमाल करने की आदत बहुत ही ख़राब है।दुर्बल मन के लोगो को यह आदत छोड़ना मुश्किल है।यह महारोग समय पाकर असाध्य हो जाता है

हम जल्द ही इससे छुटकारा पाने का उपाय बतायंगे

जय हिन्द जय भारत जय हिंदुत्व जय महाकाल

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