बुधवार, 24 अक्टूबर 2012

सियार भेडिये से डर सकती सिंघो की औलाद नहीं


हम डरते नहीं हड्बम्बो से विष्फोटक जल पोतो से
हम डरते है ताशकंद शिमला जैसे समझोतों से 
सियार भेडिये से डर सकती सिंघो की औलाद नहीं
भरदवंश के इस पानी की है तुमको पहचान नहीं 
आईटम बम बना कर के तुम किस्मत पे इतना फूल गये
1965,71,99 के युद्धों को शायद भूल गये
तुम याद करो अब्दुल हम्मिद ने पेटन टेंक जला डाला
हिन्दुस्तानी नेटो ने अमरीकी जेट जला डाला
तुम याद करो गाजी का बेडा झटके में ही डूबा दिया
ढाका के जनरल नियाजी को याद दूध छटी का दिला दिया
तुम याद करो उन नबे हज़ार बंदी पाक जवानों को
तुम याद करो शिमला समझोता इंदिरा के एहसानों को
ऐ दुश्मन तू कान खोल के सुन ले
अबकी जंग सुनी तो सुन ले
नाम निशान नहीं होगा कश्मीर तो होगा लेकिन पकिस्तान नहीं होगा
लाल कर दिया लहू से तुमने श्रीनगर की घाटी को
किस गफलत पर छेड़ रहे तुम सोयी हल्दीघाटी को
जहर पिलाकर मजहब का इन कश्मीरी परवानो को
भय और लालच दे कर तुम भेज रहे नादानों को
खुले प्रशिक्षण खुले शस्त्र है खुली हुई शैतानी है
सारी दुनिया जान चुकी ये हरकत पाकिस्तानी है
बहुत हो चुकी मक्कारी बस बहुत हो चूका हस्ताक्षेप
समझा दो उनको वरना भभक उठेगा पूरा देश
देश अगर हो गया खड़ा तो त्राहि त्राहि मच जाएगी
पकिस्तान के हर कोने में महाप्रलय आ जाएगी
क्या होगा अंजाम तुम्हे इसका अनुमान नहीं होगा
कश्मीर तो होगा लेकिन पकिस्तान नहीं होगा 
ये आवाज ये एटम बम पर हिम्मत कौन दिखायेगा
इन्हें चलाने को क्या बोलो बाप तुम्हारा आएगा
अब की चिंता मत कर चेहरे को खोल बदल देंगे 
इतिहास की क्या हस्ती है पूरा भूगोल बदल देंगे
धारा हर मोड़ बदल कर लाहोर से गुजरेगी गंगा
इस्लामाबाद की छाती पर लहराएगा भारत का झंडा
रावलपिंडी और कराची तक सबकुछ गैरत हो जायगा
सिन्धु नदी के आर पार पूरा भारत हो जायेगा
फिर सदियों सदियों तक जिन्ना जैसा शैतान नहीं होगा
कश्मीर तो होगा लेकिन पाकिस्तान नहीं होगा

हर हर महादेव 

जय हिन्द जय भारत जय हिंदुत्व जय महाकाल

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